तुलसी को हरा और घना कैसे रखें? इस तरह भीषण सर्दी में भी नहीं सूखेगा पौधा

benefits of tulsi plant

सर्दियों में ठंडी हवाओं और पाले के कारण तुलसी के पौधे की पत्तियां पीली पड़ने लगती हैं और पौधा सूखने लगता है। लेकिन कुछ आसान घरेलू उपाय अपनाकर आप भीषण सर्दी में भी तुलसी को हरा-भरा और स्वस्थ रख सकते हैं।

तुलसी का पौधा न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से पवित्र माना जाता है, बल्कि यह सेहत और वातावरण दोनों के लिए बेहद लाभकारी है। घर में तुलसी होने से सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और वातावरण शुद्ध रहता है। यही कारण है कि हर भारतीय घर में तुलसी का पौधा विशेष स्थान रखता है।

लेकिन सर्दी के मौसम में ठंडी हवाओं और पाले की वजह से तुलसी का पौधा जल्दी सूखने लगता है। इसकी पत्तियाँ पीली पड़ जाती हैं और पौधा धीरे-धीरे कमजोर हो जाता है। ऐसे में अगर आप चाहते हैं कि आपकी तुलसी सर्दियों में भी हरी-भरी बनी रहे, तो कुछ आसान घरेलू उपाय और देखभाल के तरीके अपनाकर आप इसे ठंड से बचा सकते हैं।

सर्दी में तुलसी का पौधा कहां रखें? जानिए सही जगह और देखभाल

सर्दियों में तुलसी के पौधे को ठंडी हवा, पाले और तापमान में अचानक गिरावट से बचाना बेहद जरूरी है। इसलिए इसे खुली बालकनी या आँगन में रखने से बचें, क्योंकि सीधी ठंडी हवा पौधे को जल्दी सुखा देती है। तुलसी को ऐसी सुरक्षित जगह पर रखें जहाँ हल्की और नरम धूप मिले, लेकिन तेज ठंडी हवा सीधे न पहुँचे। खासकर सुबह की धूप तुलसी के लिए सबसे फायदेमंद होती है और पौधे को ताज़ा, हरा-भरा बनाए रखने में मदद करती है।

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✅ सर्दी में तुलसी को पानी कब और कैसे दें?

सर्दियों में तुलसी पौधे को कम पानी देना बेहद ज़रूरी है। इस मौसम में ज्यादा पानी डालने से मिट्टी लंबे समय तक गीली रहती है, जिससे जड़ें सड़ने लगती हैं और पौधा सूख सकता है। इसलिए पानी तभी डालें जब मिट्टी पूरी तरह सूखी दिखाई दे। आम तौर पर ठंड में सप्ताह में 1–2 बार हल्का पानी देना पर्याप्त होता है।

tulsi ke benefits

साथ ही, पौधे की मजबूती और विकास के लिए समय-समय पर गोबर की खाद या वर्मीकम्पोस्ट मिलाएँ। इससे तुलसी को जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं और सर्दी के मौसम में पौधा हरा-भरा बना रहता है।

✅ कीटनाशक छिड़काव: सर्दियों में तुलसी को कीटों से कैसे बचाएं?

सर्दी के मौसम में अगर तुलसी के पत्ते पीले पड़ने लगें, तो यह कीट संक्रमण का संकेत हो सकता है। ऐसे में पौधे पर हल्के नीम के पानी या अजवाइन के घोल का छिड़काव करना बेहद प्रभावी होता है। इससे पत्तियों पर कीट नहीं लगते और पौधा स्वस्थ बना रहता है।

साथ ही, सूखी और मरी हुई पत्तियों को नियमित रूप से हटाते रहें। इससे पौधे में हवा का संचार बेहतर होता है और नई, ताज़ा पत्तियों का विकास तेजी से शुरू होता है। यह तरीका सर्दियों में तुलसी को हरा-भरा बनाए रखने में मदद करता है।

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