अश्वगंधा क्या है और इसके क्या फायदे हैं (What are the Benefits of Ashwagandha)?
Benefits of ashwagandha in hindi : अश्वगंधा एक जड़ी बूटी है जिसे आयुर्वेदिक में दवा के रूप में काम लिया जाता है। जिसका इस्तेमाल कई सदियों से होता आ रहा है। संक्रमण जैसी समस्यायों से लेकर कमजोरी तक सभी को यह दूर करने की क्षमता रखता है। अश्वगंधा ही नहीं अपितु उसके पौधे में भी कई गुण पाए जाते है। जो बहुत सी समस्यायों के इलाज में प्रयोग किया जाता है।
अश्वगंधा का मतलब होता है घोड़े की गंध। और इस औषधि का नाम ये इसीलिए पड़ा क्योंकि इसकी जड़ों में से घोड़े के पसीने जैसी गंध आती है। पहले के समय में केवल भारत में ही इसका प्रयोग किया जाता था पर आजकल पुरे विश्व में इसका इस्तेमाल होने लगा है । इसके फायदों को देखते हुए इसका इस्तेमाल बड़े स्तर पर किया जाने लगा है। विशेष रूप से वजन बढाने और हाइट बढाने के लिए। इसके साथ यह शारीरिक कमजोरी और स्टेमिना को भी बढाने का काम करता है। इसका सेवन करने से शरीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक लाभ भी होते है। लेकिन गलत तरीके और अधिक मात्रा में सेवन करने से यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकता है।
राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड ने अश्वगंधा को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अधिक मांग वाले पोधों में से एक बताया है। World Health Orgnisation (WHO) ने भी इसे अत्यधिक औषधीय गुण वाला पौधा माना है.
इसकी ताजा जड़ और ताजा पत्ते मसल कर सूंघने पर भी घोड़े के मूत्र जैसी गंध आने के कारण ही शायद इसका नाम अश्वगंधा रखा गया।
अश्वगंधा के फायदे (Benefits Of Ashwagandha In Hindi):
अश्वगंधा की जड़ में कई प्रकार के एल्केलाइड तथा एमिनो एसिड पाए गए हैं जिनके कारण यह शरीर के लिए औषधि का काम करती है। यह एक टोनिक जैसा काम करके शरीर के बिगड़े हुए क्रियाकलाप ठीक कर देती है। इसके सेवन से थकान दूर होकर एक नई ताकत आ जाती है। अश्वगंधा की जड़ का चूर्ण दवा के रूप में लिया जाता है।
अश्वगंधा कैंसर, मानसिक परेशानी, डिप्रेशन, एसिडिटी, अल्सर, हाई ब्लड प्रेशर आदि में भी इसे लाभदायक पाया गया। साथ ही इसमें जोड़ों के दर्द व सूजन कम करने के गुण भी पाए गए।शोधकर्ताओं ने अपने परीक्षणों में पाया कि असगंध हिमोग्लोबिन बढ़ाने, बाल सफ़ेद होने से रोकने तथा कोलेस्ट्रोल कम करने में सहायक होती है।
अश्वगंधा की जड़ एक अच्छा टोनिक है जो महिला, पुरुष, बच्चे, बुजुर्ग सभी ले सकते हैं। अश्वगंधा के उपयोग से शरीर में स्फूर्ति व ताकत बढ़ती है तथा चेहरे पर कांति आ जाती है। इसके नियमित सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढती है। उम्र बढने पर भी रोग दूर रहते हैं।
अश्वगंधा पाउडर के उपयोग से शुक्राणु तथा मर्दाना ताकत में बढ़ोतरी होती है। अश्वगंधा का पाउडर चौथाई चम्मच गुनगुने दूध के साथ सुबह शाम कुछ सप्ताह नियमित लेने से इसका लाभ लिया जा सकता है।
अश्वगंधा का उपयोग कृशकाय रोगी, सूखारोग से ग्रस्त बच्चे, बुखार के बाद की कमजोरी, शारीरिक या मानसिक थकान आदि स्थितियों के लिए पुष्टिकारक और बलवर्धक होता है।
यह गठिया, मूत्र रोग, पेट के रोग, खांसी, साँस व खुजली जैसे रोग में लाभदायक रहती है।
महिलाओं के लिए गर्भधारण में परेशानी, स्तन के दूध में कमी, श्वेतप्रदर, कमरदर्द और कमजोरी जैसी समस्या इसके उपयोग से दूर होती हैं। ल्यूकोरिया के लिए इसे विशेष रूप से लाभदायक पाया गया है।
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